एमपी३ प्लेयर के संबंध में


आप अपने लिए एक बढ़िया-सा नन्हा सा पोर्टेबल, पर्सनल एमपी३ प्लेयर ख़रीदना चाहते हैं? या ख़रीद चुके हैं? आइए, आज आपको कुछ युक्तियाँ बताते हैं ताकि आपकी ख़रीद बढ़िया हो और अगर आप ख़रीद चुके हों तो आप अपने प्लेयर का सर्वोत्तम इस्तेमाल कर सकें।
पोर्टेबल एमपी३ प्लेयर ख़रीदने से पहले निम्न बातों का ध्यान रखें-
  • आईपॉड नाम सबको ललचाता है। परंतु उससे बेहतर ख़रीद एक दो नहीं, कई कई हैं।
  • एमपी३ प्लेयर ऐसा ख़रीदें जिसमें बैटरी इनबिल्ट न हो। इनबिल्ट बैटरी युक्त प्लेयर में हो सकता है कि आप कोई बढ़िया-सी ग़ज़ल सुन रहे हों और उसके दूसरे शेर में बैटरी ख़त्म हो जाए और आस-पास उसे चार्ज करने का साधन भी न हो। बदली जा सकने वाली बैटरी युक्त सेट में कम से कम आप पाँच रुपए की बैटरी पास के पान दुकान या ड्रगस्टोर से ख़रीद कर काम तो चला ही सकते हैं। साथ ही, कोई भी रीचार्जेबल बैटरी अनंत काल तक रिचार्ज कर इस्तेमाल में नहीं ली जा सकती। अंतत: रीचार्जेबल बैटरी का भी नया सेट लेना ही पड़ता है।
  • हार्डडिस्क युक्त एमपी३ प्लेयर कतई नहीं ख़रीदें। साल भर के भीतर ही फ्लैश मेमोरी कार्ड ३२ गी.बातक की क्षमता में मिलने लगेगा और सस्ता ही मिलने लगेगा। अभी ही १-२ गीबाय़ुक्त मेमोरी, फ्लैश कार्ड हज़ार-पंद्रह सौ रुपए में मिलने लगे हैं। मशीनी घूमने वाले उपकरणों युक्त हार्डडिस्क में घर्षण व क्षरण से अंतत: ख़राबी उत्पन्न होती ही है, जबकि स्टैटिक फ्लैश कार्ड मेमोरी में ख़राबी की संभावना तुलनात्मक रूप से अत्यंत कम होती है। ये कम बैटरी भी खाते हैं।
  • एमपी३ प्लेयर ऐसा ख़रीदें जिसमें अलग से या अतिरिक्त मेमोरी कार्ड डाली जा सकती हो। इससे आप अपनी मर्ज़ी के गानों युक्त दो-चार मेमोरी कार्ड भी साथ रख सकते हैं और इस तरह से आपके एमपी३ प्लेयर की मेमोरी कभी भी फुल नहीं होगी। साथ ही आपके पास विकल्प रहेगा कि आने वाले वर्षों में अधिक क्षमता युक्त तुलनात्मक रूप से सस्ते मेमोरी कार्ड के ज़रिए अपने पोर्टेबल संगीत भंडार को और विशाल बना सकें। आजकल ५००-६०० रुपयों में बिना मेमोरी कार्ड युक्त पोर्टेबल पर्सनल एमपी३ प्लेयर बिक रहे हैं। अगर इनके ऑडियोफ़ाइल पर ज़्यादा ज़ोर न दें तो यह सर्वोत्तम ख़रीद होगी।
  • नए पोर्टेबल एमपी३ प्लेयर में वीडियो प्लेबैक की भी सुविधा मिल रही है और अंतर्निर्मित छोटे से वीडियो स्क्रीन के ज़रिए रंगीन वीडियो का भी आनंद लिया जा सकता है। ऐसा प्लेयर बेहतर तब होता है जब उसमें अंतर्निर्मित स्पीकर भी हो तथा टीवी आउट का भी फंक्शन हो।
  • अगर आप व्यावसायिक या अपने पेशे के कारण आमतौर पर दौरे पर रहते हैं तो अच्छा यह होगा कि आप ऐसा एमपी३ प्लेयर पसंद करें जो कि आपके मोबाइल फ़ोन में अंतर्निर्मित हो। अनावश्यक रूप से एक अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक गजेट लेकर घूमना तो मूर्खता है। परंतु ध्यान रहे कि एमपी३ युक्त मोबाइल फ़ोन में अतिरिक्त फ्लैश मेमोरी कार्ड जोड़ने की सुविधा हो, अन्यथा स्थिर मेमोरी युक्त पोर्टेबल एमपी३ प्लेयर तो एक तरह से बेकार ही होता है।
  • इयरबड वाले इयरफ़ोन जो अकसर एमपी३ प्लेयर के साथ आते हैं, हो सकता है कि वे आपके कानों के आकार के अनुरूप न हों। इससे हो सकता है कि आपके कानों में दर्द या इन्फैक्शन की समस्या पैदा हो जाए। इसलिए बेहतर यह होगा कि अपने कान के लिए योग्य आकार वाले उच्च गुणवत्ता के इयरफ़ोन ख़रीदें। जहाँ तक संभव हो बड़े कान को ढँकने वाले इयरफ़ोन प्रयोग करें। इनसे बाहरी शोर से भी एक हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।
  • अगर आपके पास कार है और उसमें पहले से ही म्यूज़िक सिस्टम लगा है जिसमें एफएम रेडियो भी है, तो ऐसा पोर्टेबल एमपी३ प्लेयर ख़रीदें जिसमें स्टीरियो एफएम ट्रांस्मीशन की भी सुविधा हो। इससे आप अपने पोर्टेबल एमपी३ प्लेयर के ज़रिए बजाए जा रहे संगीत को बिना किसी तार के अपने कार के म्यूज़िक सिस्टम में भी सुन सकते हैं।
  • अब अंतत: आपने अपने लिए कोई बढ़िया, धाँसू पोर्टेबल, पर्सनल एमपी३ पसंद कर ही लिया। आपके पास एमपी३ प्लेयर ख़रीदने का जो बजट अभी है, उसे दो बराबर हिस्से में बाँटें। इसके आधे हिस्से से अभी कोई दूसरा सस्ता-सा पोर्टेबल पर्सनल एमपी३ प्लेयर ख़रीदें। बाकी बचे दूसरे आधे हिस्से से दो साल बाद आप जैसा धाँसू प्लेयर ख़रीदना चाह रहे थे, उससे दस गुना ज़्यादा क्षमता और ख़ासियत वाला प्लेयर ख़रीदें।
  • और अगर आपने अपना पसंदीदा पोर्टेबल एमपी३ प्लेयर ख़रीद ही लिया है तो इसका बेहतर और सर्वोत्तम इस्तेमाल के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें-
  • एमपी३ फॉर्मेट में गानों के डाटा को संपीडित किया जाता है जिसके कारण उसमें सुनने में ऑडियो सीडी जैसी गुणवत्ता नहीं आ पाती। अत: घर पर जहाँ अन्य सुविधाएँ उपलब्ध हों, ऑडियोफ़ाइल ग्रेड सीडीप्लेयरों युक्त म्यूज़िक सिस्टम से गीत संगीत सुनने का आनंद अलग ही होता है।
  • एमपी३ फॉर्मेट में गानों को अलग-अलग बिटरेट पर संपीड़ित किया जाता है। न्यूनतम ३२ केबीप्रसे (KBPS) से लेकर ३२० केबीप्रसे तक संपीडन आमतौर पर प्रचलित है। वैसे सामान्य रूप में उपलब्ध एमपी३ फॉर्मेट में संगीत प्राय: १२८ केबीप्रसे पर एनकोडिंग किया हुआ होता है। ३२ केबीप्रसे से एनकोडित फ़ाइल के संगीत की गुणवत्ता न्यूनतम होती है, वहीं ३२० केबीप्रसे से एनकोडित फ़ाइल में उच्च गुणवत्ता का संगीत मिलता है। अत: यदि आप चाहते हैं कि संगीत की गुणवत्ता में कोई समझौता न हो तो उच्च बिटरेट वाली एमपी३ फ़ाइलें इस्तेमाल करें। वैसे, वेरिएबल बिटरेट भी कुछ मामलों में बेहतर होता है।
  • अगर आप लंबे समय के लिए बाहर जा रहे हैं और चाहते हैं कि आपके पोर्टेबल एमपी३ प्लेयर (या फ्लैश मेमोरी कार्ड) में ज़्यादा से ज़्यादा संगीत आए तो आप अपने संगीत फ़ाइलों को न्यूनतम बिटरेट पर एनकोडिंग करें। यह भी देखें कि क्या आपका एमपी३ प्लेयर डब्ल्यूएमए फॉर्मेट को समर्थित करता है। अगर आपका प्लेयर डब्ल्यूएमए फॉर्मेट को समर्थित करता है तो आप डीबीपावरएंप के ज़रिए १२८ केबीप्रसे से एनकोडित अपने एमपी३ संगीत फ़ाइलों को २० केबीप्रसे युक्त डब्ल्यूएमए फॉर्मेट में एनकोडिंग कर रूपांतरित करें। इस तरह से सामान्य १२८ केबी मेमोरी युक्त एमपी३ प्लेयर में जहाँ २० से २५ एमपी३ गाने ही आ पाते हैं, आप १२५ से अधिक गाने भर सकते हैं। १२८ केबीपीएस वाला ५ मिनट का एमपी३ संगीत फ़ाइल लगभग ५ मेबाका होता है वहीं २० केबीपीएस का डब्ल्यूएमए संगीत फ़ाइल ०६ मेबाज़गह घेरता है। ठीक है, कम केबीपीएस एनकोडिंग से गुणवत्ता में थोड़ी-सी कमी आएगी, परंतु जब आप सफ़र पर हों, गाड़ी घोड़ों की आवाज़ें हों, तो वैसे भी संगीत सुनने में इतनी गुणवत्ता में कमी कोई ख़ास तौर पर नज़र नहीं आती। डीबीपावरएंप से संगीत को कम बिटरेट पर रूपांतरित करना अत्यंत आसान है। डीबीपावरएंप अपने कंप्यूटर पर संस्थापित करिए, तमाम आवश्यक एनकोडिंग इसकी साइट से उतार कर संस्थापित करिए, फिर किसी भी संगीत फ़ाइल को दायाँ क्लिक करिए। संगीत फ़ाइल को रूपांतरित करने के लिए पूछा जाएगा। हाँ करिए और वांछित जानकारी भरिए। बस हो गया।
  • कम बिट रेट से सहेजे गए संगीत फ़ाइलों को बजाने में आपके एमपी३ प्लेयर को कम ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है। अत: यह ज़्यादा देर तक और ज़्यादा संगीत फ़ाइलों उतनी ही बैटरी में बजा सकता है। इसीलिए जब आप सफ़र पर हों तो कम बिटरेट वाली संगीत फ़ाइलें ही लोड कर साथ ले जाएँ। और जैसा कि ऊपर के अनुच्छेद में बताया गया है, कम बिटरेट वाली फाइलें कम जगह घेरती हैं, दुहरा फ़ायदा - यानी आपके एमपी३ प्लेयर में ज़्यादा गाने समाएँगे।
हो सकता है कि आपके मन में कोई शंका अब भी हो। हो सकता है कि आपके पास इनसे भी बढ़िया टिप्स, नुस्खे और युक्तियाँ हों। तो, उन्हें हमारे साथ यहाँ अवश्य साझा करें।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

गोडाण

डस्ट स्टॉर्म

सुंदर सलौना मृगछौना