ऑनलाइन सुने विविध भारती
आप भी मेरी तरह इंसान...........................अरे रे ये तो मैं गाना लिखने लगा. मैं तो लिखना चाह रहा था कि आप भी मेरी तरह विविध भारती के शौकीन होंगे। दरअसल मैं आज आपके लिए वेबसाईट ही ऐसी लाया हूं कि गाना तो बरबस ही याद आ गया। विविध भारती तो आपने खूब सुना होगा ना।